Friday, January 22, 2010




॥ वन्दे
मातरम्

वन्दे मातरम् ॥
सुजलाम् सुफलाम्, मलयज शीतलाम्
सस्य श्यामलाम् मातरम् ॥ वन्दे मातरम् ॥
शुभ्र ज्योत्स्ना पुलकित यामिनीम्
फुल्ल कुसुमित द्रुमदल शोभिनीम्
सुहासिनीम्, सुमधुर भाषिणीम्
सुखदाम् वरदाम् मातरम् ॥१॥ वन्दे मातरम् ॥
कोटि कोटि कंठ कल कल निनाद कराले
कोटि कोटि भुजैध्रुतखरकरवाले
अबला केनो मा एतोबले
बहुबल धारिणीम्, नमामि तारिणीम्
रिपुदल वारिणीम्, मातरम् ॥२॥ वन्दे मातरम् ॥
तुमि विद्या, तुमि धर्म, तुमि ह्रदि, तुमि मर्म
त्वं हि प्राणाः शरीरे
बाहु ते तुमि मा शक्ति, हृदये तुमि मा भक्ति,
तोमारइ प्रतिमा गडि मंदिरे मंदिरे मातरम् ॥३॥ वन्दे मातरम् ॥
त्वं हि दुर्गा दशप्रहरणधारिणी, कमला कमलदल विहारिणी
वाणी विद्यादायिनी, नमामि त्वां
नमामि कमलाम् अमलाम् अतुलाम्,
सुजलाम् सुफलाम् मातरम् ॥४॥ वन्दे मातरम् ॥
श्यामलाम् सरलाम् सुस्मिताम् भूषिताम्
धरणीम्, भरणीम्, मातरम् ॥५॥ वन्दे मातरम् ॥

॥ भारतमाता की जय ॥



माघ शु.
शके १९३१;
विक्रम संवत २०६६;
युगाब्ध ५१११;
सृष्टि संवत ,९६,०८,५३,१०९ ;
विरोधी नाम संवत्सर;
सफर, हिजरी सन १४३१.

२२ जानेवारी २०१०
१. रथसप्तमी - आंतरराष्ट्रीय सूर्यनमस्कार दिवस !
२. २२ जानेवारी १६४६ रोजी शिवाजी महाराजांनी तोरणा किल्ला जिंकुन स्वराज्याचे तोरण बांधले. त्यावेळी ते अवघे १६ वर्षांचे होते !!